Friday, March 16, 2018

types of cable

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Types of cable

by:guideway360.com


फाइबर ऑप्टिक केबल



फाइबर ऑप्टिक केबल(fiber optic cable) -फाइबर ऑप्टिक केबल अन्य सभी केबल से महंगी है और इसकी डेटा ट्रान्सफर स्पीड भी बाकी केबल्स से अधिक होती है । इस केबल में डेटा का ट्रांसमिशन् विद्युत (इलेक्ट्रिक करंट ) के रूप में न होकर प्रकाश के रूप में होता है चूँकि प्रकाश कि गति बहुत अधिक होती है इसी कारण इस केबल कि स्पीड सबसे अधिक होती है इस केबल में  कंडक्टर के रूप में ग्लास (कांच) अथवा फाइबर के महीन रेशों का प्रयोग  किया जाता है  इस केबल में प्रकाश अपवर्तन के नियम पर गति करता है । आजकल इसका प्रयोग वैन नेटवर्क में अधिक किया जा रहा है । इसका इंस्टालेशन कठिन होता है और इसे मैनेज भी आसानी से नहीं किया जा सकता इस कारण अभी लैन नेटवर्क में इसका प्रयोग अधिक नहीं होता है ।

फाइबर ऑप्टिक केबल 

फाइबर ऑप्टिक केबल के प्रकार -फाइबर ऑप्टिक केबल को स्ट्रेंथ और सिग्नल मोड के आधार पर बांटा जा सकता है -
स्ट्रेंथ के आधार पर - 
1 -लूज कॉन्फ़िगरेशन
2 -टाइट कॉन्फ़िगरेशन
सिग्नल मोड के आधार पर -
1 -सिंगल मोड
2 -मल्टीमोड
लूज कॉन्फ़िगरेशन-लूज कॉन्फिग्रेशन फाइबर ऑप्टिक केबल में कांच या फाइबर कि कोर के चारों ओर एक लिक्विड जेल(gel) भरा हुआ होता है ।
टाइट कॉन्फिग्रेशन -टाइट कॉन्फ़िगरेशन केबल में कांच या फाइबर कि कोर के चारो और स्ट्रेंथ वायर्स का प्रयोग किया जाता है जो इसे मुड़ने व टूटने से बचाती है । यह केबल स्ट्रेंथ वायर्स के कारण भारी होती है ।
सिंगल मोड -सिंगल मोड केबल में केवल एक ही लाइट पाथ होता है जिसके कारण इसमें एक टाइम पर केवल एक प्रकार का सिग्नल ही फ्लो हो सकता है लेकिन यह केबल बहुत अधिक दूरी तक डेटा फ्लो कर सकती है ।
मल्टीमोड -मल्टीमोड केबल में एक से अधिक लाइट पाथ होते है जिस कारण इसमें एक समय पर एक से अधिक सिग्नल फ्लो हो सकते है ये लाइट सिग्नल्स अलग अलग एंगल्स (कोण) पर फ्लो किये जाते है ताकि वे आपस में मिक्स न हो । और इसी कारण यह केबल सिग्नल्स को सिंगल मोड कि अपेक्षा कम दूरी तक ले जा पति है ।
सिंगल एंड मल्टीमोड केबल 

लूज एंड टाइट केबल्स 


                       फाइबर ऑप्टिक केबल पर बाहरी चुम्बकीय क्षेत्रों का प्रभाव नहीं पड़ता है । फाइबर ऑप्टिक केबल कि स्पीड 100 Mbps से 10 Gbps या उससे अधिक हो सकती है । इसकी सेगमेंट डिस्टेंस 2 से 25 किलोमीटर तक हो सकती है । फाइबर ऑप्टिक केबल में डेटा एक दिशा में गति करता है इस कारण यह केबल पेयर(जोड़े) में प्रयोग कि जाती है । एक से सिग्नल्स भेजे जाते है और दूसरे से रेसीव किये जाते हैं ।
फाइबर ऑप्टिक केबल कनेक्टर्स - फाइबर ऑप्टिक केबल्स के साथ कई प्रकार के कनेक्टर्स का प्रयोग किया जाता है जैसे -
1 -ST कनेक्टर
2 SC कनेक्टर
3 MT-RJ कनेक्टर   आदि ।
फाइबर ऑप्टिक केबल कनेक्टर्स




कोएक्सिअल केबल

कोएक्सिअल केबल- कोएक्सिअल केबल एक गोल आकार की केबल होती है जिसमें एक मुख्य चालक तार होता है जिसे इनर कंडक्टर कहा जाता है जो एक ठोस प्लास्टिक के मोटे इंसुलेशन से ढकी होती है इसके ऊपर फोइल होती है और उस पर धातु के तारो कि जाली लिपटी होती है जिसे आउटर कंडक्टर कहा जाता है और सबसे ऊपर प्लास्टिक का पाइप होता है जो इन सभी को सुरक्षा प्रदान करता है ।
  कोएक्सिअल केबल का प्रयोग अधिकतर केबल टीवी में होता है इसका प्रयोग कंप्यूटर नेटवर्क में भी किया जाता है लेकिन वर्त्तमान में इसका प्रयोग कंप्यूटर नेटवर्क में बहुत ही कम हो गया है ।


कोएक्सिअल केबल के प्रकार -कंप्यूटर नेटवर्क में प्रयोग होने वाली कोएक्सिअल केबल दो प्रकार कि होती है -
१-थिन नेट (RG-58)
२-थिक नेट (RG-8 RG-11)
थिक नेट -यह केबल मोटी होती है और इसका इनर कंडक्टर का व्यास अधिक होता है इस केबल में प्रतिरोध कम होता है जिसके कारण  इसकी सेगमेंट डिस्टेंस 500 मीटर तक होती है ।
थिन नेट-यह केबल थिक नेट कि अपेक्षा कम मोटी होती है और इसके इनर कंडक्टर का व्यास कम होता है जिसके कारण इसकी सेगमेंट डिस्टेंस 185 मीटर होती है ।

                      कोएक्सिअल केबल कि डेटा ट्रान्सफर स्पीड १० mbps होती है । इस केबल का इंस्टालेशन सरल है लेकिन इसे मैनेज करना कठिन है मोटे प्लास्टिक आवरण के कारण इस पर बाहरी चुम्बकीय क्षेत्रों का प्रभाव कम पड़ता है
     कोएक्सिअल केबल के साथ BNC (Bayone Neill Concelman) कनेक्टर का प्रयोग किया जाता है जो कई प्रकार के होते है जैसे T-connector(टी कनेक्टर ) ,barrel connector(बैरल कनेक्टर ),terminator(टर्मिनेटर) ।
इस केबल का प्रयोग बस टोपोलॉजी में किया जाता था । कंप्यूटर में इसे जोड़ने के लिए BNC टाइप लैन कार्ड लगाया जाता था ।

















ट्विस्टेड पेयर केबल




ट्विस्टेड पेयर केबल (Twisted pair cable)

वर्तमान समय में कंप्यूटर नेटवर्किंग में लैन नेटवर्क बनाने के लिए सबसे अधिक ट्विस्टेड पेयर केबल का ही प्रयोग हो रहा है । ट्विस्टेड पेयर केबल में कॉपर (तांबा) के तारो का प्रयोग किया जाता है क्योंकि कॉपर इलेक्ट्रिसिटी का अच्छा कंडक्टर(चालक) होता । ये तार इंसुलेटेड होते है अर्थात इन पर प्लास्टिक कि कोटिंग होती है ये वायर्स आपस में ट्विस्ट (लिपटे) हुए होते हैं । इनके आपस में लिपटे होने के कारन ये सिग्नल्स को और तेज़ी से ट्रांसमिट करते हैं । ट्विस्टेड पेयर केबल दो प्रकार कि होती हैं -

१-यू टी पी (अंशील्डेड ट्विस्टेड पेयर)(Unshielded Twisted Pair)

२-एस टी पी (शीलडेड ट्विस्टेड पेयर)(Shielded Twisted Pair)

यू टी पी (अंशील्डेड ट्विस्टेड पेयर)- इस केबल में तारो कि संख्या 8 होती है जो दो दो के जोड़े                                                                                में आपस में लिपटे रहते है अर्थात इस केबल में तारो के 4 पेयर होते हैं (1 पेयर = 2 तार) । ये सभी तार अलग अलग रंगो के होते है (अर्थात इन पर चढ़ी हुई प्लास्टिक कोटिंग का रंग ) ये रंग नेटवर्क केबलिंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं ये निम्न हैं-
१- हरा(green)
२- हरा/सफ़ेद (green/white)(तार पर हरे रंग की पट्टी होती है )
३- नीला (blue)
४- नीला/सफ़ेद(blue/white) (तार पर नीले रंग की पट्टी होती है )
५- नारंगी (orange)
६- नारंगी/सफ़ेद (orange/white)(तार पर नारंगी रंग की पट्टी होती है )
७- भूरा (brown)
८- भूरा/सफ़ेद (brown/white)(तार पर भूरे रंग की पट्टी होती है )

यू टी पी केबल में तारो के पेयर पर कोई एक्स्ट्रा शील्डिंग नहीं होती है जिसके कारण ये बाहरी चुम्बकीय छेत्रों से जल्दी प्रभावित हो जाती है । सभी पेयर एक प्लास्टिक कि पाइप में होते है जिसे प्लास्टिक सीथ(आवरण) भी कहते हैं । यू टी पी केबल को कंप्यूटर या अन्य नेटवर्किंग डिवाइसेस से जोड़ने के लिए "आर जे 45"(RJ-45) कनेक्टर(RJ=Registered jack) का प्रयोग किया जाता है। 
RJ-45 Connector
डेटा ट्रान्सफर स्पीड के आधार पर यू टी पी केबल को कई कैटेगरी में बांटा गया है जो निम्न हैं-

  • कैट -1 (टेलीफोन वॉइस )
  • कैट -2 ( ट्रान्सफर स्पीड 4 mbps)
  • कैट -3  ( ट्रान्सफर स्पीड 10 mbps) 
  • कैट -4  ( ट्रान्सफर स्पीड 16 mbps) 
  • कैट -5  ( ट्रान्सफर स्पीड 100 mbps) 
  • कैट -5e  ( ट्रान्सफर स्पीड 1000  mbps) 
  • कैट -6  ( ट्रान्सफर स्पीड 10 gbps ) 
यहाँ कैट=cat =category और mbps =मेगा बिट्स पर सेकण्ड(mega bits per second) तथा gbps =गीगाबिट्स पर सेकण्ड(giga bits per second) है ।  इसके अलावा एक दो केटेगरी और है किन्तु सबसे अधिक प्रयोग कैट 5, 5e तथा कैट 6 का किया जाता है । केबल्स की स्पीड अधिकतम दर्शायी गयी है गयी है किन्तु ये इससे कम स्पीड पर भी कार्य कर सकती हैं ।
अलग अलग केटेगरी में स्पीड में अंतर प्रति फुट ट्विस्टों (लपेटों)कि संख्या के कारण  होता है ।
यू  टी पी केबल की सेगमेंट डिस्टेंस 100 मीटर होती है अर्थात दो डिवाइसेस या कम्प्यूटर्स के बीच हम अधिकतम 100 मीटर लम्बी केबल का प्रयोग कर सकते हैं जो अच्छी तरह से काम करेगी । 
यू टी पी केबल (UTP)

यू टी पी केबल सामने का द्रश्य 


एस टी पी (शीलडेड ट्विस्टेड पेयर)-ये केबल भी यू  टी पी केबल कि तरह ही होती है किन्तु                                                                                   इस केबल में तारों के जोड़ो (पेयर) पर फोइल कि एक्स्ट्रा शील्डिंग होती है जो इस केबल को बाहरी चुम्बकीय छेत्रों से बचाती है जिसके कारण ये बाहरी चुम्बकीय छेत्रों से जल्दी प्रभावित नहीं होती है । बाहरी चुम्बकीय छेत्र  डेटा के ट्रांसमिशन में अवरोध उत्पन्न करते हैं जैसे बड़ी मशीनो या इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस द्वारा उत्पन्न चुम्बकीय छेत्र(Magnetic Field) । एस टी पी केबल यू टी पी केबल कि अपेक्छा अधिक महंगी होती है । एक्स्ट्रा शील्डिंग की वजह से यह केबल कुछ भारी होती है । एस टी पी केबल की सेगमेंट डिस्टेंस 100 मीटर होती है । 
एस टी पी केबल (STP)
एस टी पी सबले सामने का द्रश्य 
शीलडेड एस टी पी केबल






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